यदि हम अपनी जीवनशैली में बदलाव करते हैं तो डायबीटिज की रोकथाम की दिशा में यह एक बहुत बड़ा कदम साबित हो सकता है। खान-पान, रहन-सहन और व्यायाम से डायबीटिज को शुरूआत में ही रोका जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यदि आपका पारिवारिक इतिहास डायबीटिज से जुड़ा हुआ है और आपमें मोटापे और उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण दिखने लग पड़े हैं तो अपनी लाइफस्टाइल में तुरंत बदलाव कर लेना चाहिए। जीवनशैली में छोटे से छोटे बदलाव करने से भविष्य में आप डायबीटिज की गंभीर जटिलताओं से बच सकते हैं। डायबीटिज नियंत्रण के लिए 5 टिप्स बताए जा रहे हैं, जिन्हें फोलो कर आप इस बीमारी से बच सकते हैं या फिर निजात पा सकते हैं।

1. स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करें:

स्वस्थ, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।  फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ वजन घटाने को बढ़ावा देते हैं और डायबीटिज के खतरे को कम करते हैं। फल, पत्तेदार सब्जियां, दाल और साबुत अनाज खाने से आपको काफी फायेदा होगा। स्वस्थ आहार विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं। हमारे शरीर को काम करने के लिए वसा (फेट) की आवश्यकता होती है। यह शरीर में एनर्जी का मुख्य स्रोत होता है और कोशिकाओं के विकास, हार्मोन बनाने, शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण है। 

 

 

2. फिजीकली एक्टिव रहें:

यदि आप फिजीकली रूप से एक्टिव रहेंगे तो डायबीटिज आपसे दूर ही रहेगा। नियमित तौर पर शारीरिक गतिविधि के कई फायदे हैं। इसमें व्यायाम काफी मददगार है। रोजाना यदि आप 30 से 45 मिनट तक व्यायाम करते हैं तो आप बीमारियों से दूर रह सकते हैं। रोजाना तेज चलना, तैरना, साईकिल चलाना या दौडऩे का लक्ष्य रखें। वहीं योग को अपना कर भी डायबीटिज से दूर रह सकते हैं।

 

 

 3. वजन न बढऩे दें:

यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो यह आपके लिए खतरे की घंटी हो सकती है। वजन बढऩे के साथ ही आपको कई बीमारियां अपना शिकार बना सकती हैं। इनमें डायबीटिज भी एक है। यदि आप वजन पर नियंत्रण रखते हैं तो आप स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। यदि फिर भी आपका वजन बढ़ रहा है तो डाक्टर की दी हुई सलाह पर आप वजन को कंट्रोल करके डायबीटिज से छुटकारा पा सकते हैं। 

 

 

 

 

4. तनाव से रहे दूर, धू्रमपान न करें:

तनाव डायबीटिज का सबसे बड़ा दुश्मन है। यदि आप डायबीटिज रहित जिंदगी चाहते हैं तो तनाव से दूर रहें। तनाव से दूर रहने के लिए अपने कार्यों को प्राथमिकता दें। विश्राम करें। पूरी नींद लें और सबसे बढ़कर सकारात्मक रहें। डायबीटिज की देखभाल आपके नियंत्रण में है।

 

धूम्रपान को हृदय रोग, पल्मोनरी डिजीज, फेफड़े और आंतों के कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियों का कारण माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि धूम्रपान छोडऩे से डायबीटिज का खतरा कम हो सकता है।

 

 

5. अपने चिकित्सक से करें बात:

 

यदि आप डायबीटिज पीडि़त हैं तो अपने डाक्टर के संपर्क में रहें और उनकी सलाह अनुसार ही सब कुछ करें। डॉक्टर के साथ आपका रिश्ता एक साझेदारी वाला होना चाहिए।  डायबीटिज के प्रबंधन के लिए प्रतिबद्धता बनाएं।

 

 

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